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वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

के द्वारा छनित:

अफ़्रीका

दक्षिणी सूडान के सिन्जा में हिंसक झड़पों के बाद स्थानीय लोग जान बचाकर भाग रहे हैं.
© UNICEF/Omran Ahmed

सूडान: आठ लाख लोग फँसे अल फ़शर में, तेज़ी से ख़त्म हो रही है राहत सामग्री

सूडान में भूख और अकाल की आशंका अब भी बरक़रार है जहाँ आठ लाख लोग, नॉर्थ दारफ़ूर प्रान्त की राजधानी अल फ़शर में जारी लड़ाई के बीच बिना भोजन, जल और स्वास्थ्य सेवाओं के फँसे हुए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को इस सिलसिले में एक चेतावनी जारी की है.

बच्चे अपने घर से जुड़े हुए एक पाइप के ज़रिये स्वच्छ जल एकत्र कर रहे हैं.
© UNICEF/Ahmed Mohamdeen Elfatih

दक्षिण सूडान में गहराता मानवीय संकट, WHO की चेतावनी

स्वाधीनता मिलने के 13 वर्ष बाद, दक्षिण सूडान में आम लोग अब भी विशाल चुनौतियों का सामना कर रहे हैं जोकि पड़ोसी देश सूडान में जारी युद्ध के कारण और गहरी हुई हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार को वहाँ मौजूदा हालात पर अपनी चिन्ता व्यक्त की है.

सूडान के सिन्जा से जान बचाकर भागने के बाद कुछ बच्चों ने गेदारेफ़ के एक स्कूल में शरण ली है.
© UNICEF/Osman Rajab

सूडान: युद्धविराम प्रयासों के लिए जिनीवा में यूएन के नेतृत्व में बातचीत

सूडान के युद्धरत पक्षों के बीच बातचीत जिनीवा में, संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में शुक्रवार को जारी रही, जिसमें स्थानीय स्तर पर युद्धविराम लागू करने की सम्भावनाओं की तलाश की गई है. इससे देश में ज़रूरतमन्दों तक मानवीय राहत पहुँचाने और उनकी रक्षा करने में मदद मिलेगी.

अनेक ख़तरनाक रास्तों पर फँसे व बचे प्रवासियों को, यूएन एजेंसियाँ सहायता मुहैया कराती हैं.
IOM Libya

अफ़्रीका में, शरणार्थियों व प्रवासियों को हिंसा, शोषण व मौत का सामना

पूरे अफ़्रीका क्षेत्र में शरणार्थियों और प्रवासियों को, इस क्षेत्र से बाहर के लिए अपनी यात्रा शुरू करते ही, समुद्र में और ज़मीन पर, लगातार हिंसा के विभिन्न रूपों, शोषण और मौत का सामना करना पड़ रहा है.

बड़ी संख्या में सूडानी नागरिकों ने पड़ोसी देश चाड में शरण ली है.
© UNHCR/Levon Sevunts

सूडान: युद्ध का बढ़ता दायरा, हज़ारों लोग विस्थापित होने के लिए मजबूर

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों का कहना है कि सूडान में बर्बर गृहयुद्ध के कारण लाखों लोग अपने घरों से विस्थापित होने के लिए मजबूर हुए हैं. युद्ध की आंच राजधानी ख़ारतूम के दक्षिण में स्थित सिन्जा शहर तक पहुँच गई है, जहाँ 55 हज़ार से अधिक लोग अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर भाग गए हैं.

मानवीय सहायता सामग्री से लदे ट्रक, चाड से नॉर्थ दारफ़ूर में प्रवेश करने के लिए तैयार हैं.
© WFP

सूडान: बिगड़ते संकट के बीच खाद्य क़ाफ़िले पर हमला, लूटी गई सहायता सामग्री

सूडान में अज्ञात हथियारबन्द लोगों द्वारा रविवार को यूएन विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के खाद्य सहायता ट्रकों पर हमला किए जाने की ख़बर है. केन्द्रीय दारफ़ूर में हज़ारों ज़रूरमन्द आम नागरिकों तक मदद पहुँचाने के लिए इन ट्रकों में राहत सामग्री भेजी जा रही थी.

सूडान में आबादी का एक बड़ा हिस्सा बड़े पैमाने पर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहा हैं.
© UNICEF/Ahmed Mohamdeen Elfatih

सूडान: भीषण लड़ाई के बीच, 14 इलाक़ों में अकाल का वास्तविक जोखिम

संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक खाद्य सुरक्षा विश्लेषण में चेतावनी दी गई है कि सूडान में जारी युद्ध की वजह से वहाँ बड़े पैमाने पर अकाल पड़ने का जोखिम है. विशेषज्ञों का कहना है कि देश के 14 इलाक़ों पर सर्वाधिक ख़तरा है और खाद्य असुरक्षा के इस बदतरीन स्तर जैसे हालात, पहले कभी नहीं देखे गए हैं.

सूडान के मध्य दारफ़ूर इलाक़े में एक बच्चा कुएँ से पानी भर रहा है. (फ़ाइल फ़ोटो)
© UNICEF/Tariq Khalil

सूडान: बदतरीन संकट के बीच, आम नागरिकों के लिए 'कोई जगह सुरक्षित नहीं'

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मंगलवार को सूडान संकट पर चर्चा हुई, जहाँ परस्पर विरोधी सैन्य बलों के बीच हिंसक टकराव में आम नागरिक पीड़ा भुगत रहे हैं. यूएन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि आम नागरिक भीषण लड़ाई की चपेट में हैं, खाद्य असुरक्षा से पीड़ित हैं और उनके लिए कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है.

सूडान में लड़ाई के कारण अपना घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर एक महिला ने अल फ़शर शहर में शरण ली है.
© UNICEF/Mohamed Zakaria

सूडान: अल फ़शर की घेराबन्दी का अन्त करने की मांग, सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पारित

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गुरूवार को एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें सूडान में अर्द्धसैनिक बल (RSF) से अल फ़शर शहर की घेराबन्दी पर तुरन्त विराम लगाने की मांग की गई है.

इस तरह की ख़तरनाक यात्राओं में, नावों में अत्यधिक भीड़ होने के कारण नाव हादसे होते हैं और लोग मौत के मुँह में चले जाते हैं.
© IOM Djibouti

यमन तट के निकट नाव हादसे में 180 प्रवासी जन, मौत के शिकार या लापता

संयुक्त राष्ट्र के प्रवासन संगठन (IOM) ने बताया है कि गत सोमवार को यमन तट के निकट एक नाव पलटकर डूब जाने से कम से कम 49 प्रवासियों के मारे जाने और अन्य 140 के लापता होने की ख़बरें हैं.